*श्री राधा जी व उनके कृष्ण*,
*बाँके बिहारी*
रूप धर
*बाँके बिहारी*
रूप धर
वृन्दावन में नित विराजित हैं।
रे मन! यहां का कण कण जन जन
*राधा वल्लभ*
के विशेष प्रेम का पात्र है,
*श्री वृन्दावन बिहारी लाल*
की प्रेमशाला को नमन
रे मन! यहां का कण कण जन जन
*राधा वल्लभ*
के विशेष प्रेम का पात्र है,
*श्री वृन्दावन बिहारी लाल*
की प्रेमशाला को नमन
*Radha ji along with her Krishn*
are perennially enthroned as
*Shri Banke Bihar ji*
at Vrindavan.
Oh mind ! each particle & every
being here is a distinct beloved of
*Shri Radha Vallabh*,
Bow to the love abode of
*Shri Vrindavan Bihari Lal*
🌹🙏🏻राधे राधे🙏🏻🌹
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