! हे नंदन !
मैंने तो तुम से सिर्फ तुमसे प्यार किया है
बरसने लगी हैं, अविरल आँखें ,
जबसे तेरा नाम लिया है,
श्याम सुन्दर सँवारे ,
मैंने तो तुमसे सिर्फ तुमसे प्यार किया है !!
तेरा दर तेरी चौखट
तेरा दरबार है आरज़ू मेरी ,
जीवन है तेरा तुझको ही अर्पण ,
जीवन तेरे नाम किया है, !
श्याम सुन्दर सँवारे ,
मैंने तो तुमसे सिर्फ तुमसे प्यार किया है !!
चहुँ ओर बसी खुश्बू तेरी ,
सजा है बंगला,
मन में बाजे हैं घूंघरू ,
रोम रोम में तुम हो गिरधर ,
तराना साँसों का तेरे नाम किया है!!
श्याम सुन्दर सँवारे ,
मैंने तो तुमसे सिर्फ तुमसे प्यार किया है !!
स्वर्ण हिंडोला झूले जब तुम ,
घट घट में आनंद भया है
हे मनोहर ,मुरलीधर,
तेरी छवि का
अँखियों ने रसपान किया है
श्याम सुन्दर सँवारे ,
मैंने तो तुमसे सिर्फ तुमसे प्यार किया है !!
जो हो तुम कण कण के वासी ,
"सनम" मेरी तृष्णा है तेरी प्यासी ,
हे लीलाधर,
हृदय बसा लो,
मैंने हर पल तेरा नाम लिया है
श्याम सुन्दर सँवारे ,
मैंने तो तुमसे सिर्फ तुमसे प्यार किया है !!
बरसने लगी हैं, अविरल आँखें ,
मैंने तो तुमसे सिर्फ तुमसे प्यार किया है !!
जीवन तेरे नाम किया है, !
मैंने तो तुमसे सिर्फ तुमसे प्यार किया है !!
चहुँ ओर बसी खुश्बू तेरी ,
मन में बाजे हैं घूंघरू ,
तराना साँसों का तेरे नाम किया है!!
मैंने तो तुमसे सिर्फ तुमसे प्यार किया है !!
घट घट में आनंद भया है
तेरी छवि का
अँखियों ने रसपान किया है
श्याम सुन्दर सँवारे ,
हे लीलाधर,
हृदय बसा लो,
मैंने हर पल तेरा नाम लिया है
मैंने तो तुमसे सिर्फ तुमसे प्यार किया है !!