*सखी भाव सवैया*
जित देखूँ दिखें हैं गोविंद,
संग हैं राधा प्यारी,
हर रूप में दर्शे श्यामा श्याम,
रे सखी!
मैं तो घणी दीवानी होइ।
दुर्गा जपूँ, राम भजूँ,
चाहे लगाऊं शिव की धूनी,
हम रसिकों के तो बस गिरधर नागर,
इसी रूप में पूजें हम हर कोई..
जित देखूँ दिखें हैं गोविंद,
संग हैं राधा प्यारी,
हर रूप में दर्शे श्यामा श्याम,
रे सखी!
मैं तो घणी दीवानी होइ।
दुर्गा जपूँ, राम भजूँ,
चाहे लगाऊं शिव की धूनी,
हम रसिकों के तो बस गिरधर नागर,
इसी रूप में पूजें हम हर कोई..
Oh Dear,
Omni present is
Govind with loving Radha,
in every form
we sight Shyama Shyam
& are crazy for their love.
We the rasik,
belongs to Radha Krishn
& in this mein of them only
we worship all Gods,
be it
Durga, Ram & even Shiv..
🌹🙏🏻राधे राधे🙏🏻🌹
🌹🙏🏻राधे राधे🙏🏻🌹
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